बोलने में मर्यादा मत छोड़ना, गालियाँ देना तो कायरों का काम है।
डूबने वाले के साथ सहानुभूति रखने का ये अर्थ नहीं कि उसी के साथ तुम भी डूब जाओ, बल्कि तैरकर उसको बचाने का प्रयास करो ।
दुखियारों को हमदर्दी के आँसू भी बहुत प्यारे लगते है |
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