बोलने में मर्यादा मत छोड़ना, गालियाँ देना तो कायरों का काम है।
मैं पूरे भारत देश के लोगो का दिल से सराहना करता हूँ क्योंकि भारत के लोगो ने मेरा समर्थन किया है ।
कभी भी इस बात की चिंता ना करो कि लोग क्या सोचेंगे बल्कि अपने समय को इस तरह लगाओ कि प्राप्त होने के बाद लोग आपकी ही प्रशंसा करें
हर उस इंसान की प्रशंशा करो , जिसने आपकी प्रशंशा की हो ।
मुझे विश्वास है कि प्रार्थना का सबसे बड़ा रूप भगवान की प्रशंसा है।
एक समझदार लेखक कुछ और नहीं बस प्रशंसा चाहता है।
दुनिया कि रोचक बाते जानने के लिए चेनेल को Subscribe करे